दश
शब्दपूर्वो रथो रथशब्दस्तम्। दशरथमित्यर्थः। बुधा विद्वांसो विदुर्वदन्ति। विदो लटो वा
(अष्टाध्यायी ३.४.८३ ) इति झेर्जुसादेशः ॥
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द | श | र | श्मि | श | तो | प | म | द्यु | तिं | |
य | श | सा | दि | क्षु | द | श | स्व | पि | श्रु | तम् |
द | श | पू | र्व | र | थं | य | मा | ख्य | या | |
द | श | क | ण्ठा | रि | गु | रुं | वि | दु | र्बु | धाः |