अरुणो भास्करेऽपि स्यात्
इत्यमरः (अमरकोशः ३.३.५५ ) । बालविशेषणं रुधइरसावर्ण्यार्थम् ॥
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आ | वृ | ण्व | तो | लो | च | न | मा | र्ग | मा | जौ |
र | जो | न्ध | का | र | स्य | वि | जृ | म्भि | त | स्य |
श | स्त्र | क्ष | ता | श्व | द्वि | प | वी | र | ज | न्मा |
बा | ला | रु | णो | ऽभू | द्रु | धि | र | प्र | वा | हः |